Dr Bharat Saran from Barmer provides coaching through an Institute by the name '50-Villagers' to the needy students to get admission in NEET and All India Institute of Medical Sciences. Email:bharatsaran10@gmail.com, Mob: 9413942612
जीवन परिचय
डॉ भरत सारण : मानवतावाद का पुरोधा, An empathetic doctor, स्वानुभूति से परिपूर्ण डॉक्टर। एक अत्यंत सामान्य पृष्ठभूमि के कृषक परिवार में जन्म । ग्रामीण जीवन की विकट परिस्थितियों से
संघर्ष करते हुए पढ़ाई के सोपान सधे हुए कदमों से पार किए। अभाव और उपेक्षा को चुनौती के रूप में स्वीकार कर बुलंद हौंसले , लगन और आत्मविश्वास के बल पर जीवन-पथ पर आगे बढ़ने का क्रम जारी रखा। एक ऊर्जावान, कर्तव्यनिष्ठ ,सामाजिक सरोकारी, परहितकारी, अनुशासन प्रिय,ओज़ ,जोश, होश से भरपूर शालीन शख्सियत।
संघर्ष करते हुए पढ़ाई के सोपान सधे हुए कदमों से पार किए। अभाव और उपेक्षा को चुनौती के रूप में स्वीकार कर बुलंद हौंसले , लगन और आत्मविश्वास के बल पर जीवन-पथ पर आगे बढ़ने का क्रम जारी रखा। एक ऊर्जावान, कर्तव्यनिष्ठ ,सामाजिक सरोकारी, परहितकारी, अनुशासन प्रिय,ओज़ ,जोश, होश से भरपूर शालीन शख्सियत।
- मूल निवासी: गांव - छीतर का पार, तहसील-बायतु, जिला- बाड़मेर (राजस्थान) पिन 344035
- जन्म-तिथि: 5 जून 1985
- माता जी का नाम: श्रीमती धन्नी देवी
- पिता जी का नाम: श्री जेताराम सारण
शैक्षणिक योग्यता
- वर्ष 2015 में एम. बी. बी. एस. डिग्री अर्जित ; राजकीय मेडिकल कॉलेज, कोटा से
- वर्ष 2003 में सीनियर सेकेंडरी परीक्षा उतीर्ण; राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, स्टेशन रोड, बाड़मेर से 67 प्रतिशत प्राप्तांक के साथ।
- वर्ष 2001 में सेकेंडरी परीक्षा उतीर्ण ; राजकीय सेकेंडरी स्कूल, कवास (बाड़मेर) से 80 प्रतिशत प्राप्तांक के साथ।
- राजकीय सेवा: 2 जून 2016 से मेडिकल ऑफिसर, राजकीय हॉस्पिटल, बाड़मेर
- रोल मॉडल आदर्श: महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, मुंशी प्रेमचंद, मोहम्मद रफ़ी, डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (पूर्व राष्ट्रपति), सचिन तेंदुलकर, श्रीमती मदन कौर (पूर्व मंत्री, राजस्थान सरकार), परिवार और समाज के बुजुर्ग
अभिरुचि
- जनसेवा
- जरूरतमंदों के लिए हरेक कुछ-न-कुछ जरूर करें
- इस सोच को जीवन में आत्मसात कर परहितकारी कामों में अग्रणी भूमिका
- हर दिन कुछ नया पढ़कर सोना
- वक्त निकालकर सरकारी स्कूलों में विज्ञान-विषयों का निःशुल्क अध्यापन एवं मोटिवेशनल स्पीच देना
- विविध विषयों पर लेखन का क्रम विद्यार्थी-जीवन से जारी
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी
जीवन का उद्देश्य
परमार्थ को जीवन का मकसद मानकर जनसेवा में जुटे रहना।
डॉ ए .पी.जे. अब्दुल कलाम ,पूर्व राष्ट्रपति, के ' मिशन 2020' को साकार करने की दिशा में कार्य करना।
बातों-बातों में जिन बातों की बात डॉ भरत सारण करते हैं:
- सरकार का कार्य यानी हमारा कार्य।
- बुजुर्ग हमारी असली धरोहर हैं। माता-पिता और गुरुजन भगवान का रूप हैं; हमेशा इनके सानिध्य में रहें।
- हम जो आज हैं औऱ जो कुछ हमने हासिल किया है, वह सब अपने माता-पिता और गुरुजनों की बदौलत हासिल किया है।
- हंसकर जीना ही असली जीवन है।
- कोशिश हमारी यह रहे कि हमारी वज़ह से किसी चेहरे पर मुस्कान खिल सके।
- हमारी सोच के दायरे बड़े होने चाहिएं।
- सकारात्मक सोच और समर्पण भाव जीवन को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- सेवा की भावना जीवन को सार्थकता प्रदान करती है।
- सबसे बड़ा रोग, क्या कहेंगे लोग। कुछ करना है तो इस रोग के डरसे बचना जरूरी।
इन्सानियत के बारे में सोच :
आदमी का जन्म भले ही आदमी के रूप में हुआ हो लेकिन यह बात सच है कि इंसानियत/ मनुष्यता नित्य अर्जनशील गुण है। पढ़े-लिखे व्यक्ति के पढ़े-लिखे की तरह आचरण करने से ही उसकी इंसानियत निखरती है।
सामाजिक सरोकार:
'समर एजुकेशन कैम्प' गत 5 वर्षों से आयोजित कर शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, मानवीय मूल्यों व सामाजिक महत्व के विषयों पर आयोजित सेमिनारों/ सम्मेलनों में प्रेरक व्याख्यान।
सम्मान
डॉ भरत सारण एवं टीम 'फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान' को बाड़मेर जिले के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत जरूरतमंद होनहार ग्रामीण छात्रों की शानदार सफलता चिकित्सा क्षेत्र की राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET) एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों की प्रवेश परीक्षाओं में सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जनसहयोग से संचालित निःशुल्क कोचिंग मय बोर्डिंग संस्थान '50 विलेजर्स ' स्थापित करने की पहल करने के लिए नव शिक्षा-संस्थान स्थापना का चौधरी बहादुर सिंह भोबिया सम्मान जाट कीर्ति संस्थान चुरू द्वारा 31.8.2017 को ग्रामीण किसान छात्रावास रतनगढ में प्रदान किया गया।
फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान बाड़मेर
बाड़मेर जिले के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत जरूरतमंद होनहार ग्रामीण छात्रों की शानदार सफलता चिकित्सा क्षेत्र की राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET) एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों की प्रवेश परीक्षाओं में सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दिनांक 25 मई 2012 को '50 विलेजर्स सेवा संस्थान, बाड़मेर' की स्थापना करने वाली टीम में अग्रणी भूमिका रही।
टीम 50 विलेजर्स में शिक्षाविद, चिकित्सक, अधिकारी, समाजसेवी, व्यापारी, किसान, मज़दूर शामिल हैं। यह संस्थान जनसहयोग से मेडिकल क्षेत्र की प्रवेश परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग मय बोर्डिंग व्यवस्था सर्व समाज की ग्रामीण प्रतिभाओं को सुलभ करवाता है।
वर्ष 2017 तक संस्थान के तत्वावधान में संचालित मेडिकल की कक्षाओं में 191 ग्रामीण प्रतिभाओं को संवारा है तथा गत 2 वर्षों में 90 विद्यार्थियों ने मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं में क्वालीफाई किया है जो कि बाड़मेर जैसे सीमांत जिले के लिए गर्व की बात है। संस्थान के तहत संचालित समस्त गतिविधियों में डॉ भरत सारण एवं उनकी टीम की प्रमुख भूमिका है।
समाचार पत्रों से पिक्चर गैलरी
डॉ. भारत सारण, बाड़मेर से हैं। विकट परिस्थितियों में डॉक्टर बने। अपनी तकलीफों को डॉक्टर बनने के बाद भी नहीं भूले। ग्रामीण छात्रों को मेडिकल और IIT प्रवेश परीक्षाओं में पिछड़ता देख भारत ने अपने मित्रों के साथ मिलकर एक संस्थान बनाया 50-Villagers. आर्थिक रूप से पिछड़े बालकों को भारत की प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफल बनाने का बीड़ा उठाया। आज सफलता संस्थान की दहलीज पर दस्तक दे गई है। यह पश्चिम राजस्थान के लिए एक सुकून का पल और गौरव का अहसास है। डॉ. भारत सारण के बारे में समाचार पत्रों और अन्य मीडिया में प्रकाशित समाचार संग्रह की गैलरी नीचे दी गई है:
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