Friday, October 26, 2018

कुम्भाराम जी आर्य KUMBHARAM JI ARYA

किसान वर्ग के शीर्षस्थ नेता
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' ज़मीन कींकी?'
' बावै बींकी।'
जागीरी ज़ुल्म के दौर में ऐसे सुदृढ़ स्वप्नद्रष्टा और फिर स्वाधीनता संग्राम के बाद सत्ता के गलियारे में अपनी धमक के बलबूते पर इस सँजोए सपने को प्राथमिकता के आधार पर साकार कर देने वाले राजस्थान के किसान वर्ग के मसीहा चौधरी कुम्भाराम आर्य को उनकी पुण्यतिथि 26 अक्टूबर पर भावभीनी श्रद्धांजलि!!
स्वाधीनता से पूर्व राजस्थान में सदियों से राजशाही, सामंती और साम्राज्यवादी व्यवस्था का तिहरा गठजोड़ विद्यमान था। 'भू स्वामियों के एक श्रेणी तंत्र ने संपूर्ण सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक ढांचे पर आधिपत्य स्थापित कर रखा था, जिसमें स्वायत्तशासी देशी रियासतों के राजाओं से लेकर बड़ी-बड़ी जागीरों के मालिक तक सम्मिलित थे।' जागीरदारों के प्रश्रय में पोषित अनेक छोटे बिचौलिए भी इस व्यवस्था के उच्चत्तर सोपानों पर प्रतिष्ठित थे।

Sunday, October 21, 2018

इस जाट राजा ने नेताजी से 28 साल पहले बना ली थी 'आजाद हिंद' सरकार! नोबेल के लिए हुआ था नॉमिनेट

                                                          इस जाट राजा ने नेताजी से 28 साल पहले बना ली थी 'आजाद हिंद' सरकार! नोबेल के लिए हुआ था नॉमिनेट
25 दिसंबर 2015 का दिन था। दुनिया क्रिसमस मना रही थी, भारत में वाजपेयी जी का जन्मदिन मनाया जा रहा...
25 दिसंबर 2015 का दिन था। दुनिया क्रिसमस मना रही थी, भारत में वाजपेयी जी का जन्मदिन मनाया जा रहा था तो पाकिस्तान में जिन्ना के साथ-साथ नवाज शरीफ की सालगिरह। पीएम मोदी रूस से सीधे पहुंचे अफगानिस्तान की राजधानी काबुल, उनकी नई संसद में अटल ब्लॉक का उद्घाटन किया और अफगानिस्तान की संसद को संबोधित किया। उसके बाद मोदी सीधे पहुंच गए पाकिस्तान।
इतिहास में ये तारीख हमेशा के लिए दर्ज हो गई है कि कैसे भारत का पीएम पाकिस्तान के पीएम की सालगिरह मनाने अचानक से उड़कर पाकिस्तान पहुंच जाता है। दोनों देशों की मीडिया के लिए ही नहीं दुनिया भर की मीडिया के लिए ये बड़ी खबर थी, लेकिन इस बड़ी खबर में ऐतिहासिक नजरिये से एक बहुत बड़ी खबर बताने से देश की मीडिया चूक गई और वो ये कि जिस व्यक्ति ने एक बार लोकसभा चुनावों में भाजपा के पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को करारी शिकस्त दी थी, भाजपा के दूसरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काबुल की संसद में उस व्यक्ति की जमकर, दिल खोलकर तारीफ की।

Thursday, October 11, 2018

जाट DNA और हमारे पूर्वज

*💐जाट DNA और हमारे पूर्वज 💐*

 हमारे पूर्वजों ने  DNA को एक ख़ानदान और नस्ल के तौर पर देखा कि किस प्रकार से हमारी नस्ल को कामयाब रखा जा सकता है । चाहें कोई राजा हो या चाहें एक आम आदमी , सभी ने हमारी नस्ल को कामयाब रखने के लिए पूरा ज़ोर लगाया । यह हमारे पूर्वजों की बहुत बड़ी महानता है कि आज हमारा DNA अन्य लोगों से अलग है जो हमारे स्थाई धंधों जैसे कि खेती और लड़ाई से बना है जो ज़मीन से जुड़े हुए थे और इसीलिए हम कबड्डी और कुश्ती सदियों से खेलते आ रहें हैं ।

Tuesday, October 9, 2018

राजस्थानी जाट कठे…..

राजस्थानी जाट कठे…..

शीश बोरलो नासा मे नथड़ी सौगड़ सोनो आज कठे,
कठे पौमचो जाटणी को जाटां रो सवायो काज कठे !

कठे पेमल पनेरां की तेजोजी खरनाल कठै,
कठे राखड़ी जायल की  खिंयाळा को नाम कठे !

गिणता गिणता रेखा घिसगी रामभक्ती री रीस कठे,
मांझवास री जबर जाटणी फूलां री आशीष कठे!

तेजा न मनावता सावण भादवा री मौज कठे,
लावणी री मधुर मनवारां सुरंगो ओ आसौज कठे!

विरासत की रक्षक जाटणी...

*विरासत_की_रक्षक*

*जाटनी_बिना_जाट_सूनमसून जाटनी_है_तो_जाट_नस्ल_का_शुद्ध_है_खून*

*जाटनी जट्टी ये अपने आप मे जाट नस्ल की जनक,संरक्षक,श्रेष्ठता का आधार है। इनके कर्म,धर्म,रिश्ते,व्यवहार,शिक्षा अव्वल दर्जे की होती है। अपने आप मे जाटनी एक विश्विद्यालय से कम नही होती है ।जाट तो अपने आर्थिक आय से जुड़े नित्य कर्मो में व्यस्त रहता है। चाहे खेत किसान ही हो जाट लेकिन उसकी नस्ल का चरित्र निर्माण व शारीरिक व बौद्धिक विकास जाटनी ही करती है।*

डाबड़ा कांड के शहीद

#अमर_शहीदों_को_नमन्                                           13मार्च 1947का दिन था।जगह थी नागौर जिले की डीडवाना तहसील में गांव डाबड़ा!एक कि...