आज का युवा क्या क्या प्रतियोगिता परीक्षा दे और किस लगन से दे उसका जीवन्त और अत्यंत ज्वलंत उदाहरण श्री बजरंग लालजी कुल्हरी, नायब तहसीलदार बिसाऊ (झुन्झुनूं) हैं मैं उन्हें 100-100 सलाम करता हूँ और मेरे तो वे "घर धिराणी" के ननिहाल पक्ष के भी हैं मगर युवाओं के लिए कितने प्रेरणास्रोत हैं ये उनके मात्र 39 साल की उम्र और 21 साल में 20 नौकरी की परीक्षाओं में पास होने का शायद अकेला उदाहरण है सीकर की फतेहपुर तहसील के ऊदनसरी गाँव निवासी कुल्हरीजी वास्तव में सीकर की युवा जिजीविषा और दैनन्दिनी चुनौतियों के मुकाबले के सर्वश्रेष्ठ नायक हैं जिन्हें विदेशी भाषा में उनका "रोल माडल" कहा जा सकता है ।
एक बार फिर ये साबित हुआ कि इस संभाग के किसान परिवारों के लाडले किस मेहनत के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं और सफलता के नये आयाम गढ़ते हैं जो युवाओं के लिए आदर्श बन कर प्रेरणा पुंज बनते हैं और उन्हें सदा प्रेरित करते हैं ये इलाका देश की सीमाओं को रक्षा प्रहरियों के कवच देने के साथ ही साथ खेती के नवाचारों में भी सदा से ही अग्रणी रहा है । एक बार फिर से कुल्हरीजी को ढेरसारी बधाई और शुभकामनाओं के साथ संभाग के कृषक पुत्रों से हार्दिक अनुरोध है कि वे इनके कठोर परिश्रम का अनुसरण करते हुए आगे बढ़ें । नीचे आज राजस्थान पत्रिका के सीकर संस्करण के मुखपृष्ठ पर छपा समाचार हूबहू प्रस्तुत है और सभी की प्रतिक्रिया का हार्दिक स्वागत है:-
No comments:
Post a Comment