Friday, May 18, 2018

PABUBERA (पाबूबेरा)

Pabubera

Pabubera (पाबूबेरा) is a village in Gudha Malani tehsil of Barmer district in Rajasthan.

Founder

Jat gotras

History

जाणी गोत्र के बारे में रोचक जानकारी - RAM LAL JANI द्वारा बताया गया कि मेरी 75 वर्षीय दादी माँ के अनुसार हम पहले मथानिया जोधपुर में रहते थे। राजतन्त्र था कर तो देना ही पड़ता था। राजा का आदमी नियुक्त था जो फसल का कुंता करता था जिसे कणवारिया कहा जाता था। एक दिन एक अजीब घटना घटी पुरूष व महिलाऐं खेत में काम पर गए हुए थे। घर पर बहू अकेली थी। अनाज का बंटवारा किया हुआ नहीं था। बहू ने सोचा मैं बिना बंटे अनाज को पीस दूँ। सुबह का समय था वह सुबह जल्दी अनाज पीस रही थी तभी अचानक कणवारिया आ गया। जब वह झोपड़े में घुसने लगा तो बहू को लगा कि मैं अन्दर से दरवाजा बंद कर दूँ। जैसे ही वह कणवारिया अंदर घुसने लगा वैसे ही बहू ने दरवाजा बंद किया और वह कणवारिया दरवाजे में फंसकर मर गया। अब बड़ी उलझन हुई। बहु दौड़ी दौड़ी खेत में गई। वहां उनको बात बताई तो हमारे पूर्वज चिंता में पड़ गए कि अब क्या किया जाए। अब यहाँ रहना भी उचित नहीं है क्योंकि राजा फांसी दे देगा। तब हमारे पूर्वज वहाँ से निकल पड़े। उनको यह भी डर था राजा पीछा करेगा। तब तक हम हनुमान जी को अपना इष्ट देव मानते थे । वहां से निकलने के बाद थोडा दूर भंसेर गांव पड़ता है वहां माता काली का मंदिर था। पास में एक देवासी का रेवड़ था उसमे से दो बकरे उठाये और माता जी को चढ़ा दिए। तब फिर मन ने आशीर्वाद दिया और बकरों का मास गेंहू की लापसी बन गया और चमड़ी ऊन की लोवडी (वस्त्र) बन गई। तब राजा की वार (सैनिक) पीछा करती हुई आ गई लेकिन वो वार मंदिर की ओरण में घुसने पर अंधी हो गई। फिर हमारे पूर्वज पाबूबेरा में आकर बस गए। अब पाबुबेरा में जाणियों के 40 घर है ।हमारी सातवी पीढ़ी यहाँ आकर बसी । कणवारिये को मारने वाली बहादुर जाटणी हमारी सातवीं पीढ़ी में थी।[1]
सन 1800 ईसवी के लगभग जाणी भैंसेर से पलायन करके पाबू बेरा आए थे यह आकर बसने वाले हमारे पूर्वज का नाम भेराराम था उनके दो पुत्र थे शेराराम और मघाराम उन्हीं दो पुत्रों से हमारे गांव में अब जाणियों के 40 से ज्यादा घर है अब हमारे गांव से हमारे कुछ भाई डूंगरी जालौर में रहते हैं तो कुछ कोठाला जाकर बस गए। अब काफी जागृति और शिक्षा का स्तर बढ़ा है और हमारा गोत्र भी काफी शिक्षित है एक हमारा भाई आर्मी में है और गांव में नजदीक ही मिडिल स्कूल है वहां लड़के लड़कियां पढ़ने के लिए जाते हैं

Notable persons


NAME. रामलाल जाणी 
FATHER`S NAME. श्री हरखाराम 
MOTHER`S NAME.वीराँ देवी
 DATE OF BIRTH. 14 जुलाई 1995 
10TH.2012 WITH 58.67% 
12TH 2014 ARTS WITH 83.80
 EDUCATION. बैचलर ऑफ आर्ट्स, डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन
 HOBBY. समाज सेवा शिक्षा,शिक्षा, जाट इतिहास और वर्तमान पर ब्लॉग लेखन,जागरूकता 
व्यवसाय. विद्यार्थी,ब्लॉगर
रामलाल जाणी जाट इतिहास को लेकर कार्य करते है जाट गुरु[[[https://jatguru.blogspot.in/]] ब्लॉग के सीईओ और फाउंडर हैं।।

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References

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