Saturday, August 25, 2018

आजादी का अंत बुरा....

*आज़ादी_का_भी_अंत_बुरा  #मर्यादा_बनाये_रखिये*

*आज़ादी के नाम पर नग्नता,फूहड़ता,परिवार विघटन,घर से भागना,अभी एक लड़की नग्न साइकल सवार बनी थी यह आज़ादी है तो हम पारम्परिक ही अच्छे है,सनी लियोनी आइडल है आज़ादी की,जो नशे में एक्ट्रेस अपने परिवार कल्चर को जूते की नोक पर रखती हैं ये आदर्श है आज ,शर्म नही रही आज़ादी की व्याख्या ही गलत हो गई है ।*

*यह घटना 2009 जनवरी की है मुझे एक ड्यूटी के सिलसिले में पुणे जाना हुआ किसी भाई के कागज सत्यापन के लिए,मैं शिवाजीनगर पहुँचा जहां से मुझे खाड़की ईस्ट पुलिस स्टेशन भेज दिया गया ।*

*जहां पहुँचकर मुझे आराम से बैठने के लिए कहा गया बहुत बेहतर व्यवहार मुझे महाराष्ट्र पुलिस का लगा ,*
*मैं वहाँ बैठा रहा तभी देखा वहां पर कुछ लड़कियां पकड़कर लाई गई थी उनमे से एक लड़की मुझे बार बार देख रही थी क्योंकि मेरी स्पोर्ट्स टीशर्ट पर मेरा नाम और क्षेत्र लिखे थे ,*
*मैं समझ गया कि जरूर यह उत्तर भारत की है ,वो मेरे पास आकर बोली भाई बहुत मुसीबत में हूँ मेरी मदद कर सकते हो क्या ?*

*मैं ठहरा जट्ट भावुक वंदा बोला बोलो बहन क्या मदद कर सकता हूँ ,उसने मुझे अपनी कहानी सुनाई ,कि वो दिल्ली के नजदीक किसी गांव से आई है एक लड़के के साथ आई थी अब उन दोनों में 1 साल पहले से अनबन हो गई थी ,उस लड़के ने इस लड़कीं को जहर देकर मारने की कोशिश की थी लेकिन पड़ोसी से अच्छे व्यवहार की वजह से समय पर हॉस्पिटल पहुचकर बच गई,*
*अब लड़के ने पुलिस से सांठगांठ करके यह साबित कर दिया कि आपसी झगड़े में इसने दवाई खाली ,*
*पुलिस केस के बाद दोनों में तलाक हो गया,लड़का बिना घर बिना किसी रोजगार के मुआवजे से बच गया ,*
*अब ये लड़कीं किसी शोरूम में काम करके गुजारा कर रही थी ,तो उस शोरूम की तिजोरी से काफी मोटी रकम चोरी हुई थी ,एक अकेली यही लड़कीं थी बाकी लड़के थे उस शोरूम में ,अब इस लड़कीं के पहनावे के कारण शक था कि यह कपड़ो में छुपाकर पैसा ले गई है,पुलिस इसको उठाकर थाने ले आई है ,*

*मैने पूछा दीदी ये बताओ कि वो लड़का अब कहा है उस से मदद मांगो शायद वो आपकी मदद कर दे ,उस लड़की ने कहा वो तो वापस अपने घर चला गया है बहुत रईस परिवार है वो,उसने शादी भी कर ली है कुछ महीने पहले ,मैंने कहा आप भी अपने घर से मदद मांगों वो सुबक पड़ी कि  मे अपने घर से अपनी माँ और दादी के जेवर उठा लाई थी ,तब से न उन्हें मेरा पता है न मुझे उनका,*
*जबकिं वो लड़का अपने घर के सम्पर्क में रहता था ,क्षेत्रो की दूरियों की वजह से मेरे घरवालो को यह भी नही पता कि मैं उस लड़के के साथ आई हूँ ,जिस से मेरे घरवाले मुझे खोजने की कोशिश करते ,*
*उसने बताया वो घर से 2007 में गई थी,*

*वो कहने लगी मेरी जिंदगी खराब हों जायेगी मुझे बचा लो इस केस से यहां अनजान जगह मेरा कोई नही है ,मैं बोला कि अपना घर किस भरोसे छोड़ दिया था आपने एक अनजान शख्स के भरोसे ,चन्द दिनों में क्या कोई माँ बाप का भरोसा बन सकता है,*
*बंदिशें अनुशासन परम्पराये ये हमको सम्भालने के लिए होते है जैसे फौज को संभालने के लिए होते है ।*

*फिर कोतवाल ने मुझे बुलाया उस लड़की के बारे में बताया कि यह घर छोड़कर अब इसी तरह जिंदगी बिताएगी,कई जगह इसके खिलाफ चोरी के मुकदमे है ,जो घर से भागती है उनकी दुर्दशा पक्की है ।जो लड़कीं घरवालो की मर्जी से दूसरे शहर दूसरे कल्चर में जाती है ,उनके तमाम केस चलते है हर थानों में उनमे निभ ही नही पाती ।*
*फिर मैंने उस लड़की के लिए मैने बहुत कोशिश की ओर उसको समझाया भी कि जिन्दगी बहुत बड़ी है वापस चली जा अपने घर ,यहां मरने से अच्छा है माँ बाप के अफसोस को दूर कर दे ।*
*उसने मुझे घर परिवार के बारे मे कुछ नही बताया,*

*अब_दूसरा_वाक्या बहुत ताजा जो 2017 में जून माह का है ,मेरे पास पंजाब से किसी भाई का फोन आया था कि उनका कोई काम बैंगलोर में है ,मैं उस काम के।लिए सुबह अपने कैम्प से निकला ,पूरे जट्टा वाले अंदाज से कुर्ता पजामा,जुत्ती उस वक़्त मैंने दाढ़ी की परमिशन ली हुई थी,कुंडी मुच्छ भी थी ,*

*मैं कैम्प से पैदल निकला 10 बजे का समय होगा ,ओर मैं अपने एक भाई से फोन पर बात करता हुआ बढ़ता जा रहा था कि 2 KM दूर एक अपार्टमेंट से एक लड़की तेजी से दौड़ती हुई मुझसे आगे निकली,वो बार बार पलट पलट कर मुझे देखती,ओर आगे बढ़ती अजीब से महौल में मैंने अपनी चाल धीमी कर ली ओर भाई को फोन काटने के लिए बोल दिया ,*
*फिर वो लड़कीं भी धीमी चाल से चलने लगी,अब कुछ दूरी पर में बस स्टैंड पर रुक गया ,वहां आस पास कोई चहल पहल नही थी,बस सड़क के दूसरी तरफ एक पति पत्नी नारियल पानी की दुकान लगा रहे थे ,*
*मैं उस वक़्त असमंजस की स्थिति में हो गया जब वो लड़कीं वापस हटकर उसी बस स्टैंड में आकर दूसरे कोने में बैठ गई ,मेरे कानों में लीड लगी थी और में गाने सुन रहा था ,वो मुझे बार बार देख रही थी मैं उसे नजरअंदाज कर रहा था उसके कंधे से उसका सूट फटा था घुटनों पर जीन्स की रक़स कुछ कहानी बयां कर रही थी ।*

*तब ही एक बड़ी गाड़ी बस स्टैंड के सामने रुकी ,उसमे से 2 लड़कीं 3 लड़के बाहर आये ,वो अंग्रेजी में उस लड़की से बहस करने लगे ,रिक्वेस्ट करने लगे ,मैने अपने गानों की आवाज को म्यूट कर दिया,उनकी बात सुनने लगा ,*
*उनमे से एक मुख्य किरदार में जो लड़का था वो कह रहा था नव्या सॉरी प्लीज कम विद मी, लड़कीं ने उसका हाथ झटककर बोला, डोंट टच मी गेट लॉस्ट ,वो लड़कीं मदद की नजर से मुझे बार बार देख रही थी ,कैम्प की नजदीकी की वजह से मैं उनकी ठुकाई भी नही कर सकता था कि शिकायत तुरन्त चली जायेगी,*
*जब उस लड़की ने मुझसे कहा कि देखिए न भाई ये जबरजस्ती कर रहे है ।*
*अब मैं कानों में लगी लीड को समेटते हुए कुर्ते की जेब मे रखकर उनसे तेज आवाज में बोला क्या बात है क्यों लड़कीं को परेशान कर रहे हो ।*
*वो लड़के मेरे पहनावे ओर दाढ़ी को देखकर मुझे दबाब में लेना चाहते थे कि आप कौन है आपसे मतलब ज्यादा न बोलो नही तो यही अधमरा कर देंगे ।*
*अब मेरा गुस्सा व्यक्तिगत हो गया फोन निकाला ,कैम्प में दोस्तो को फोन लगा दिया हैंड फ्री करके, मैं बोला कि तुरन्त इन अपार्टमेंट से आगे वाले बस स्टैंड पर आ जाओ कुछ लोगो का शरीर सुधारना है , उधर से आवाज आई हथियार लेकर आये या लट्ठ से काम चल जाएगा ,*
*तो उनमें से एक लड़की बोली कि भैया ऐसा कुछ नही है प्लीज आप किसी को न बुलाये ये हमारा आपसी मामला है ।*

*हम एक ही कॉलेज में पढ़ते है रूम मेट है और तो ओर हम तो रहने वाले भी एक ही जगह के है ,मैं उस लड़की से बोला शर्म नही आती अपनी ही बहन को इन बाहरी लोगों के दबाब में लेते हुए,*
*मैं बोला अब कुछ नही हो सकता आप लोग अपनी गाड़ी में बैठो ओर निकल लो नही तो आपकी खैर नही मैं भी आपको नही बचा पाउँगा,अगर फौज आ गई तो ,*

*फिर वो बड़बड़ाते हुए वहां से निकल गए ,अब वो लड़कीं नव्या मुझसे बोली भाई आप कहा से है मैं समझ गई थी आप उत्तर भारत के है इसीलिए में शुरू से ही आपसे बात करना चाहती थी ,लेकिन हिम्मत नही हुई ,उसने बताया वो गाजियाबाद के पास के गांव की है और दूसरी लड़की मेरठ की है ,ओर ये एयरोनॉटिक्स कॉलेज में स्टडी करते है ,आज वीकेंड की छुट्टी थी तो मूवी का प्लान था लेकिन ये जबरजस्ती गाड़ी को यहां अपार्टमेंट में लाकर मुझे रूम में बंद कर दिया और ये लड़का जबरजस्ती कर रहा था ,मैं उसको धक्का देकर दरवाजा खोलकर भाग निकली फिर गेट पर आप दिखाई दे गए ।*

*इन्होंने पहले कोल्ड ड्रिंक में कुछ मिलाकर मुझे पिलाने की कोशिश की थी लेकिन में समझ गई थीं ये जरूर कुछ गलत चाहते है ये लड़का जो कार ड्राइव कर रहा था बहुत पैसे वाले परिवार से है बाकी उसका साथ दे रहे थे क्योंकि वो इनके ऊपर खर्च करता रहता है ,*

*मैंने उस बहन से पूछा कि आपने तो विद्रोह किया लेकिन सभी लडकिया नही करती है ,बाहर पढ़ाई के नाम पर पूरी आजादी का लुत्फ लेती है कोई देखने वाला नही कोई डांटने वाला नही ,पूरी आजादी कुछ भी करो ,तो आप कैसे बच गए ,*

*उसने कहा भाई मेरी बात एक लड़के से हो रही है जो एयर फोर्स में है और हमारी शादी भी होगी ,दोनो ही एक कम्युनिटी से है अलग अलग गोत से है ,मां को भी पता है ,ओर मेरी मम्मी कभी भी मुझे फोन करती है तो में उनसे बात जरूर करती हूँ चाहे क्लास में लेक्चर चल रहा हो या प्रेक्टिकल, ये वजह है में इस तरफ बिल्कुल भी ध्यान नही देती हूँ ।*

*जबकिं लड़कियों की बात सुनकर आप हैरान हो जाओगे घर छोड़कर दूर पढ़ने आने के बाद वो आज़ादी के नाम पर क्या क्या नही करती है नशा करती है रात रात भर कॉलेज से बाहर रहतीं है,टेक्नोलॉजी का फायदा उठाकर घरवालो को भरोसे में रखती है  ,मैं अपने रिश्तों के प्रति ईमानदार हूँ मेरे पास वजह है कि में ऐसे ऐसे मतलबपरस्तो के बहकावे में न आऊँ ।*
*बाते तो बहुत हुई जो आंखे खोल देने वाली थी घरों से दूर पढ़ाने में कितना भयावह वातावरण है कि लड़कियां नशा भी करती है हर वो काम करती है जो साधारण परिवारों में दहशत पैदा कर दे।*

*फिर उस बहन का मोबाइल और पर्स उन्ही लोगो के पास रह गया था उसने मुझसे किराये के लिए कुछ पैसे लिए,उसके बाद मैं उस बहन के कॉलेज भी गया उसका हौसला भी बढ़ाया।*

  *शैंक्षणिक साधन संसाधन घर गांव के नजदीक जुटाने की कोशिश करो ।गांव की बेटियां विदेशो में मैडल ला रही है ,सिविल सर्विस में परचम लहरा रही है बेटियों को दूर भेजने से अच्छा अपने नजदीक संसाधन जुटाओ ।*

*अब उम्र पर प्राकृतिक जरूरते होती है ,अगर नियम अनुशासन होते है तो आप नियंत्रण बनाये रख सकते हैं।यही कहानी फौज पर भी लागू होती है अगर नियम अनुशासन न हो तो फौज को खुली आज़ादी हो तो फ़ौज न जाने क्या कर दे ।*

*मेरी विनतीं मेरी बहनो से है कि घर छोड़कर कही भी सुकून नही है जिंदगी में ,महिला ही महिला की दुश्मन है ,आप अपना कल्चर अपनी परम्पराये छोड़कर शादी भी कर लेती हो उसके परिणाम हमेशा दुखद होते है ,आपने जीवन भर कोई कल्चर निभाया याबी दूसरे ढांचे में जाने के बाद आपको मानसिक टॉर्चर झेलना ही पड़ेगा ।*
*खैर जो कुछ भी गलत लगा हो उसके लिए माफी चाहूंगा लेकिन मैं यही कहूंगा जिस भी पारम्परिक परिवार में आप है उसी तरह के पारम्परिक परिवार में शादी करे ,जाट है तो जाट में शादी करें आपके रिश्ते आपकी परम्पराये आपकी जीवन शैली आपकी ताकत बने रहेंगे ।*
*आज़ादी नाम का कीड़ा सिर्फ बुरे अंत की ओर ले जाता है फूहड़ता भटकाव की ओर ले जाता है ।*

*दिनेश बैनीवाल(जाटिज्म वाला जट्टा)*

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